महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Election) के रुझानों में भाजपा ने अपने दम पर 126 सीटों पर बढ़त बना ली है। वह अकेले ही 145 सीटों के जादुई आंकड़े से 20 सीटें ही दूर है। वहीं सहयोगी एकनाथ शिंदे की शिवसेना को 55 सीटों पर जीत मिलती दिख रही है तो अजित पवार की पार्टी एनसीपी 38 पर आगे चल रही है। इन नतीजों ने भाजपा लीडरशिप को उत्साहित कर दिया है और तीन के अंदर ही राज्य में नई सरकार का शपथ समारोह हो सकता है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि सोमवार यानी 25 नवंबर को ही विधायक दल की मीटिंग बुलाई जाएगी। इसके बाद 26 तारीख को ही शपथ समारोह का आयोजन होगा।
यही नहीं 25 तारीख को ही महायुति की संयुक्त बैठक का भी आयोजन करने का प्लान है। महायुति को राज्य में अब तक 220 सीटों पर बढ़त हासिल है। इस बीच मुंबई से लेकर दिल्ली तक भाजपा के दफ्तरों में जश्न मनना शुरू हो गया है। इस बीच कयास तेज हैं कि आखिर राज्य का नया मुख्यमंत्री कौन होगा। इस संबंध में डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मिल बैठकर इसके बारे में फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि महायुति मिलकर इसका फैसला करेगा। एकनाथ शिंदे ने भी इस पर खुलकर जवाब नहीं दिया है, लेकिन उनकी पार्टी ने दावा जरूर ठोक दिया।
शिवसेना के लीडर नरेश म्हास्के ने कहा, ‘महाराष्ट्र के लोगों ने महायुति की सरकार पर भरोसा जताया है। जनता यह देख रही है कि आज उद्धव ठाकरे की शिवसेना में क्या हो रहा है। जनता ने तय कर दिया है कि एकनाथ शिंदे ही योग्य व्यक्ति हैं, जो बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना का नेतृत्व कर सकते हैं। जनता ने अपने वोट से संजय राउत के चेहरे पर चप्पल मारी है। मैं शिवसेना का कार्यकर्ता हूं और चाहता हूं कि वही मुख्यमंत्री बनें।’ गौरतलब है कि भाजपा के लिए यह रुझान यदि नतीजे में बदलते हैं तो उसकी महाराष्ट्र में अब तक की सबसे बड़ी जीत होगी। इससे पहले उसे 2014 में 122 सीटों पर जीत मिली थी, लेकिन तब उसने 264 सीटों पर जीत मिली थी।