मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ और मराठवाड़ा में बारिश होने की संभावना

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मुंबई (Mumbai) : राज्य में ठंड का प्रकोप फिलहाल कम होता नजर आ रहा है। बंगाल की खाड़ी में एक सक्रिय निम्न दबाव क्षेत्र विकसित हुआ है और अरब सागर में नमी बढ़ी है। इसके परिणामस्वरूप भारी बारिश के साथ कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि होने की संभावना है, ऐसा मौसम विभाग ने बताया है। मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में भारी बारिश का अनुमान व्यक्त किया गया है। साथ ही, कुछ स्थानों पर तेज़ हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी भी दी गई है

तेज़ हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी

मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में 26-28 दिसंबर के दौरान भारी बारिश की संभावना जताई गई है। साथ ही, 27 दिसंबर को तेज़ हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया गया है। फिलहाल राज्य में ठंड कम हो गई है और अगले कुछ दिनों में तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ोतरी हो सकती है। मौसम विभाग ने कुछ जिलों के लिए यलो अलर्ट भी जारी किया है। विदर्भ और मध्य महाराष्ट्र में यह यलो अलर्ट लागू किया गया है। धुले, नंदुरबार और नासिक जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। वहीं, मध्य महाराष्ट्र में 26 से 28 दिसंबर के बीच भारी बारिश की संभावना है।

राज्य में अगले 2-3 दिनों में बारिश की संभाव

मौसम में बदलाव के कारण बीमारियों की संख्या बढ़ी है। कई लोग सर्दी-जुकाम और खांसी से परेशान हैं। मुंबई और पुणे जैसे स्थानों पर वायु गुणवत्ता स्तर भी गिर गया है, इसलिए नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

कुछ दिन पहले बंगाल की खाड़ी में फेंगल चक्रवात के कारण निम्न दबाव क्षेत्र विकसित हुआ था, जिससे राज्य में भारी बारिश हुई। समुद्र के तापमान में उतार-चढ़ाव, चक्रवातीय हवाओं और विकसित हो रहे निम्न दबाव क्षेत्र के चलते यह स्थिति बनी। दूसरी ओर, उत्तरी ठंडी हवाओं के प्रवाह के कारण ठंड बढ़ गई थी, लेकिन निम्न दबाव क्षेत्र के टकराने से अरब सागर में नमी बढ़ी है। इसके परिणामस्वरूप राज्य में बारिश के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ तैयार हुई हैं।

दिसंबर के अंत में मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ और मराठवाड़ा के कुछ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। वहीं, जनवरी के पहले सप्ताह में ठंड फिर से लौटने की संभावना है। मकर संक्रांति के समय पूरे महाराष्ट्र में कड़ाके की ठंड रहने की संभावना जताई गई है।